गुप्त अभिलाषाएं > #2

न्यूयॉर्क ट्रिब्यून के अंधेरे कमरे में, एमिली थॉम्पसन एक दस्तावेज़ों के स्टैक को छानती हुई है, उसके माथे पर गहरी चिंता की झुर्री बनी हुई है।
Emily Thompson
यह सबूत बहुत खतरनाक है। अगर मैं सच्चाई को उजागर कर सकूं, तो यह भ्रष्ट राजनेता को अंततः गिरा सकता है।
एमिली को अनजाने में, एक छायादार आकृति उसके कार्यालय के बाहर छिपकर उसकी हर हरकत को देख रही है।
*क्रीक* *क्रीक*
Emily Thompson
वह क्या था? क्या कोई है वहां?
*पगड़ी*
Emily Thompson
खुद को दिखाओ!
छायादार आकृति कार्यालय में आती है, जो एक खतरनाक मुस्कान दिखाती है।
John Johnson
वाह, वाह, मिस थॉम्पसन। ऐसा लगता है कि आपने कुछ बहुत दिलचस्प चीज़ें खोज ली हैं।
Emily Thompson
जॉन जॉनसन! आप यहां क्या कर रहे हैं?
John Johnson
ओह, बस सुनिश्चित कर रहा हूँ कि सच्चाई दबी रहे, मेरी प्यारी।
जॉन जॉनसन एमिली के हाथों से सबूत छीन लेता है, उसकी आंखों में एक विजयी चमक होती है।
Emily Thompson
आप इससे बच नहीं पाएंगे, जॉनसन!
John Johnson
ओह, मुझे लगता है मैं बच जाऊंगा। देखो, मिस थॉम्पसन, अब मेरे पास सभी कार्ड हैं।
जॉन जॉनसन चलते वक्त, एमिली की तेज सोच उसे नजदीकी कागज़वट को पकड़ने और उसे उसकी ओर फेंकने के लिए प्रेरित करती है।
*टूट*
John Johnson
तुम इसका पछतावा करोगी, एमिली।
जॉन जॉनसन भागता है, एमिली को हिला देते हैं लेकिन निर्धारित रहते हैं।
Emily Thompson
मैं उसे मुख्यालय नहीं बोलने दूंगी। मैं उसे गिराने का एक और तरीका ढूंढ़ लूंगी।
दूसरे अध्याय में एमिली की दृढ़ता पाठकों की उम्मीदों को बढ़ाती है, जब तक उसकी अंतिम विजय नहीं होती।