जबकि शांतिपूर्ण गांव अपनी दैनिक गतिविधियों में लगा हुआ है, वहां एक अस्वीकार्य ताकत के बोझ के तहत पहले जीवंत फसलें अब सूख रही हैं। जानवर अचानक बीमार पड़ रहे हैं, उनकी कमजोर चीखें रात में गूंजती हैं। अजीब अंधेरे छायाएं चंदनी रात में नाचती हैं, जो गांव वासियों को भय में प्रलीण कर देती हैं।